मैंने यहाँ खुला रख छोड़ा है , अपने मन का दरवाजा! जो कुछ मन में होता है , सब लिख डालता हूँ शब्दों में , जो बन जाती है कविता! मुझे जानना हो तो पढ़िए मेरी कवितायेँ !
Mahendra Arya
The Poet
शुक्रवार, 11 जून 2010
Union Carbide Rap
Listen to a musical outrage on Bhopal Gas Disaster
महत्वपूर्ण पोस्ट, साधुवाद
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