Mahendra Arya

Mahendra Arya
The Poet

मंगलवार, 31 दिसंबर 2013

आम आदमी का नया साल

नया साल खुशहाली लाये 
नल से  पानी कभी न जाए  
सुबह सवेरे रोज नहाएं
ताजा हो दफ्तर को जाएँ
बस की लाइन भी छोटी हो
पेंडिंग फ़ाइल न मोटी हो
बॉस प्यार से ही बतियाएँ
और जरा तनख्वाह बढ़ाएं
और शाम को घर जब आयें
घर में पंखा चलता पाएं
गर्मी में बिजली न जाए
बिजली का बिल पर घट  जाए
राजनीति में भी तबदीली
'आप ' ने जैसे छीनी  दिल्ली
वैसे ही सत्ता की  गोदी
में आ जाएँ पी एम मोदी
बलात्कार का नाम न होवे
भ्रष्टाचार से काम न होवे
नए साल में जो हो भैया
कांग्रेस का नाम न होवे