किसको करें फरियाद हाल बेढंगा है
इस हमाम में हर कोई नंगा है
सरकार भ्रष्टाचार का है नाम अब
तौलिया बन गया आज तिरंगा है
मर रहे साधू आमरण अनशन से
हो रही मैली आज भी गंगा है
कुछ राज खुल गए , और भी बाकी है
खोल कर देखो जहाँ भी पंगा है
अन्दर से मरता देश अपना पल पल है
बाहर से देखो तो बड़ा ही चंगा है
कुछ राज खुल गए , और भी बाकी है
जवाब देंहटाएंखोल कर देखो जहाँ भी पंगा है ...
bahut badhiya gazal...ye panktiyaan sabse prabhavshali
बहुत ही सुन्दर शब्दों....बेहतरीन भाव....खूबसूरत कविता...
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