अनादि तुम , निरांत तुम
प्रचंड तुम , प्रशांत तुम
सूक्ष्म तुम , विराट तुम
हो श्रृष्टि के सम्राट तुम
इस श्रृष्टि का निर्माण तुम
इस श्रृष्टि का संहार तुम
अनंत तुम , अजन्म तुम
हो अजर अमर अभय तुम
व्यापक हो , निराकार तुम
सम्पूर्ण निर्विकार तुम
न्यायी हो दयालु हो तुम
अनुपम हो कृपालु हो तुम
हो सत्य तुम, हो नित्य तुम
आनंद तुम , पवित्र तुम
भगवान हो सर्वेश तुम
आधार सब के ईश तुम
अंतर में विद्यमान तुम
हो सर्वशक्तिमान तुम
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