मन की बात
ये साल यूँ जा रहा
है
जैसे की ५०० और हजार के नोट !
एक साथ ही दोनों का विसर्जन
३१ दिसंबर को !
जैसे की ५०० और हजार के नोट !
एक साथ ही दोनों का विसर्जन
३१ दिसंबर को !
फिर नया साल आएगा
पता नहीं क्या नया लाएगा
सांता क्लॉज की तरह टीवी पर आएंगे
मोदीजी कुछ बतलायेंगे !
पता नहीं क्या नया लाएगा
सांता क्लॉज की तरह टीवी पर आएंगे
मोदीजी कुछ बतलायेंगे !
दिल थाम कर सुनना
खोलेंगे अपना पिटारा
सबकी सुनेंगे और सुनाएंगे
कौन जीता कौन हारा
खोलेंगे अपना पिटारा
सबकी सुनेंगे और सुनाएंगे
कौन जीता कौन हारा
फिर एक दिन होगी
नयी सौगात
जब मोदीजी कहेंगे मन की बात
कष्ट के दिन जाएंगे
अच्छे या बुरे का तो पता नहीं
लेकिन कुछ अलग से दिन आएंगे !
जब मोदीजी कहेंगे मन की बात
कष्ट के दिन जाएंगे
अच्छे या बुरे का तो पता नहीं
लेकिन कुछ अलग से दिन आएंगे !
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