योग कोई धर्म नहीं
योग कांड कर्म नहीं
योग अर्चना नहीं
योग वंदना नहीं !
योग सीमित भी नहीं
योग परिमित भी नहीं
योग देश का नहीं
योग परदेस का नहीं !
योग सृष्टि ज्ञान है
योग मानव गान है
योग एक साधना
योग तन आराधना !
योग तन नैरोग्य है
योग तो आरोग्य है
योग तन का स्वास्थ्य है
योग मन का स्वास्थ्य है !
योग जीने की कला
योग साधन श्रृंखला
योग नित्य कर्म है
योग स्वास्थ मर्म है !
स्वास लेने की कला
स्वास तजने की कला
योग स्वच्छ रक्त है
योग रोग मुक्त है !
आत्म साथ योग है
आत्मसात योग है
स्वयं साध्य योग है
स्व-आराध्य योग है !
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें