Mahendra Arya

Mahendra Arya
The Poet

गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

अन्ना हजारे का अनशन


मंत्री बन बन के बैठे सब हो गए धन्ना
चूस लिया है अर्थ देश का जैसे गन्ना
लोकपाल के बिल को दाब दिया था बिल में
इसी लिए अब अनशन पर बैठे हैं अन्ना

लोकपाल के बिल का लेखा देश लिखेगा
भ्रष्ट राजनीतिज्ञों का चेहरा साफ़ दिखेगा
बहुत पुत चुकी कालिख खद्दर के कपड़ों पर
भारत का जन मानस अब इतिहास लिखेगा

लाखों में से एक हुआ था बापू गाँधी
उसके चरखे के धागे ने पीड़ा बांधी
फिर से एक बार आजादी को पाने को
चली जोर से हैं अन्ना गाँधी की आंधी

प्राणों की परवाह नहीं है इस बन्दे को
धन की पद की चाह नहीं है इस बन्दे को
तब तक ग्रहण करेगा ना अन्ना भोजन को
जब तक बंद नहीं कर दे काले धंधे को

2 टिप्‍पणियां:

  1. ANNA JI KE SAMNAY HUM SAB NAT-MASTAK HAIN,,, JIYO,,, HIND KE LAAL,,,,!!!!

    जवाब देंहटाएं
  2. pag pag par in bhrast sarkari naukaro ko kab tak aakhir sahna padega?Inke andhe kanun kab tak inki hi tijori bharne ke liye banaye jate rahenge?

    जवाब देंहटाएं