जन्मदिन - एक ख़ुशी का दिन
परिवार के लिए एक उत्सव
मित्रों के लिए एक दावत
बुजर्गों के लिए - अवसर आशीष का
बच्चों के लिए उपहारों की प्रतीक्षा
सब के लिए एक आनंदोत्सव
लेकिन जन्मदिन - स्वयं के लिए क्या ?
अपने आज तक के जीवन पर दृष्टिपात
अपने आप के साथ बिताने का समय
जीवन की उपलब्धियों पर एक नजर
जीवन की कमियों का आत्म चिंतन
जन्मदिन - एक आत्मविश्लेषण का दिन
जन्मदिन - जीवन की तलपट का दिन
हानि लाभ , सम्पति और जिम्मेवारियों का ब्यौरा
और इस हानि लाभ के ब्योरे में क्या कुछ ?
मात्र आर्थिक आदान प्रदान नहीं
अपने जन्मदिन पर बनायें ऐसा एक दस्तावेज
जिसमे जमा खर्च हो -
न सिर्फ आर्थिक लेन देन का
बल्कि सामाजिक, पारिवारिक ,शारीरिक
इतना ही नहीं धार्मिक और आत्मिक हानि लाभ का
यदि हमने कड़ी मेहनत कर के पैसा कमाया
तो आर्थिक लाभ , शारीरिक हानि लेकिन आत्मिक लाभ
यदि हमने जुए या लोटरी में पैसा कमाया
तो आर्थिक लाभ लेकिन आत्मिक हानि
यदि हमने किसी को कष्ट देकर कमाया
आर्थिक लाभ, मानसिक और धार्मिक हानि
किसी गरीब की मदद की हो तो
आर्थिक हानि , लेकिन मानसिक, सामाजिक, आत्मिक और धार्मिक लाभ
इस लेन देन के अलावा तलपट में लिखें
जीवन की मुश्किलों से संघर्ष
हर स्थिति का सामना सहर्ष
शारीरिक ड़ेप्रीसियेसन ,
आत्मबल का अप्रिसियेसन
संतान की योग्यता में उतार चढाव
माता पिता के जीवन में संतोष या असंतोष
पत्नी का प्रेम , पत्नी के लिए आपका प्रेम
सामाजिक सक्रियता, व्यावहारिक लोकप्रियता
अपने आप में परिवर्तन ,
अब तक का अपना जीवन
हर उपलब्धि के लिए खुशियाँ मनाइए
स्वयं अपनी पीठ थपथपाइए
अपनी कमियों के लिए बनायें निर्देश
स्वयं को ही दे आदेश
आने वाले वर्षों का ब्यौरा और सुधार ले
इसी तरह अपना पूरा जीवन संवार लें
बहुत अच्छी प्रस्तुति। राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार में आपका योगदान सराहनीय है।
जवाब देंहटाएंबदलते परिवेश में अनुवादकों की भूमिका, मनोज कुमार,की प्रस्तुति राजभाषा हिन्दी पर, पधारें
badi sahi baat kahi aapne, aage se main bhi apne janamdin pe gaur karunga...:D
जवाब देंहटाएंwaise ek behtareen rachna...badhai!!