Mahendra Arya

Mahendra Arya
The Poet

मंगलवार, 28 जून 2016

सिंगापुर

कुछ सीखने के लिए
अपने से बेहतर लोगों की तरफ देखो
अपने से बड़े लोगों की तरफ नहीं
बड़ा होना बेहतर होने की निशानी नहीं

भारत बहुत बड़ा देश है
सिंगापुर बहुत छोटा
शायद भारत के एक शहर जितना बड़ा
फिर भी भारत को सिखा सकता है
बहुत कुछ !

स्वच्छ्ता
सुंदरता
सुरक्षा
देशप्रेम
नागरिकता
अनुशासन
ईमानदारी
पर्यावरण
अच्छी शिक्षा
अच्छा उपचार
अच्छी सड़कें
सरल यातायात
मजबूत करेंसी
और सर्वोपरि -
मानवता !

और ये सब
सरकार से संभव नहीं
संभव है देश के लोगों से !
आइये सीखे सिंगापुर से।

भारत में रहने वाला हर व्यक्ति
भारतीय नहीं है -
वो बंगाली है , पंजाबी है
वो हिन्दू है मुस्लमान है
वो राजपूत है यादव है
वो उत्तर भारतीय है दक्षिण भारतीय है
वो शाकाहारी है , मांसाहारी है
वो पढ़ा लिखा है , वो अनपढ़ है
वो अमीर है गरीब है
वो कम्युनिस्ट है , समाजवादी है
वो दलित है , वो महादलित है
वो ब्राह्मण है वो शुद्र है
वो स्त्री है वो पुरुष है
वो माइनोरिटी है , मेजोरिटी है
वो सब कुछ है बस भारतीय नहीं है !

सिंगापुर में बसने वाला भारतीय भारतीय नहीं है -
सिंगापुर में रहने वाला चीनी भी चीनी नहीं है -
यहाँ रहने वाला मलेशियाई भी मलेशियाई नहीं है
यहाँ का हर नागरिक
सिंगापुरियन है ! बस सिंगापुरियन है !

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