Mahendra Arya

Mahendra Arya
The Poet

बुधवार, 10 सितंबर 2014

विश्व विजेता


 इतिहास में विश्व विजेता था
यूनान का सिकंदर
जीता उसने विश्व
तलवार की नोक पर
खून  की नदियां बहा कर
लाशों से मैदान पटा कर
मिला क्या उसे -
एक खानाबदोश जिंदगी
लाखों  बद्दुआयें
एक अतृप्त अंत
एक शापित मौत !

आज हुआ है
एक और विश्व विजेता
जो जीत रहा है विश्व
पहला लक्ष्य
दुश्मनों को दोस्त बनाना
चीन हो या पाकिस्तान
सब को बढ़ाया
दोस्ती का हाथ
लेकिन इस चेतावनी के साथ
कि  ये है एक शक्तिशाली हाथ
दोस्तों की मदद के लिए
दुश्मनों के मुकाबले के लिए

जीत लिया पड़ोसियों को
बांग्ला देश हो या नेपाल
श्री लंका  हो या भूटान
छोटा हो या बड़ा
पडोसी सभी मित्र है

जन जन का दिल जीता
जापान में
जापान का धन आया हिंदुस्तान में
तोप तलवार से नहीं
दोस्ताना व्यवहार से

ऑस्ट्रेलिया चाहता है
भारत से सम्बन्ध
कर लिया यूरेनियम का अनुबंध

ओबामा गिन  रहा है दिन
भारी लग रहा है एक एक दिन
नरेंद्र मोदी की प्रतीक्षा है
मिलने की भरपूर इच्छा है
हवा हो गयी
वो वीसा न देने की बात
बिछी है लाल कालीन की सौगात

कौन कहता है
सिर्फ महलों में पैदा होते हैं
विश्व विजेता
भारत के गाँवों में
गरीबों के घर में
हर चाय बेचने वाला भी
देश का नेता है
विश्व विजेता है !




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