Mahendra Arya

Mahendra Arya
The Poet

शुक्रवार, 15 अगस्त 2014

शत शत वंदन देश तुम्हे !




















आजादी के महा पर्व पर 
शत शत वंदन देश तुम्हे !

कोई संकट कभी न आये 
चाहे दुश्मन चढ़ चढ़ आये
जो आये वो मुंह की खाये 
न हो कोई क्लेश तुम्हे !
शत शत वंदन देश तुम्हे !

ऐसा हो गणराज्य तुम्हारा 
जन गण मन का राजदुलारा 
दुनिया की आँखों का तारा 
दे आशीष गणेश तुम्हे !
शत शत वंदन देश तुम्हे !

नदियों का है ताना बाना 
भूमिगर्भ में दबा खजाना 
ऋतुओं का है आना जाना 
समृध्दि मिले हमेश तुम्हे !
शत शत वंदन देश तुम्हे !

दुनिया का सिरमोर बने तू 
शान्तिमार्ग की ओर चले तू 
थाम जगत की डोर चले तू 
प्यार मिले  हर देश तुम्हे !
शत शत वंदन देश तुम्हे !



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें