आजादी के महा पर्व पर
शत शत वंदन देश तुम्हे !
कोई संकट कभी न आये 
चाहे दुश्मन चढ़ चढ़ आये
जो आये वो मुंह की खाये 
न हो कोई क्लेश तुम्हे !
शत शत वंदन देश तुम्हे !
ऐसा हो गणराज्य तुम्हारा 
जन गण मन का राजदुलारा 
दुनिया की आँखों का तारा 
दे आशीष गणेश तुम्हे !
शत शत वंदन देश तुम्हे !
नदियों का है ताना बाना 
भूमिगर्भ में दबा खजाना 
ऋतुओं का है आना जाना 
समृध्दि मिले हमेश तुम्हे !
शत शत वंदन देश तुम्हे !
दुनिया का सिरमोर बने तू 
शान्तिमार्ग की ओर चले तू 
थाम जगत की डोर चले तू 
प्यार मिले  हर देश तुम्हे !
शत शत वंदन देश तुम्हे !

 
 
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