Mahendra Arya

Mahendra Arya
The Poet

गुरुवार, 14 फ़रवरी 2013

हम और वो

हम कहते हैं
मेरी दुनिया है माँ तेरे आँचल में
उन्होंने कहा माँ साल में एक दिन तुम्हारे लिए
मदर्स डे

हम कहते हैं
पितृ देवो भव
उन्होंने पिता की सीमा भी बाँध दी
फादर्स डे

हम कहते हैं
बलिहारी गुरु आपनो
उन्होंने गुरु के हिस्से में दिया
टीचर्स डे

हम कहते हैं
सात जनम का साथ
उन्होंने प्यार के लिए मुकर्रर किया
वैलेंटाइन डे